अमृत सरोवर, गौठान विकास कार्य, नरवा अभियान जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर की गई कार्य वार समीक्षा
कवर्धा, 30 जुलाई 2022। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कबीरधाम संदीप कुमार अग्रवाल द्वारा की गई। योजना अंतर्गत ग्रामीण अंचलों में बनाए जा रहे अमृत सरोवर तालाबों की कार्यवार समीक्षा की गई। सभी कार्यक्रम अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया कि स्वीकृत कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराया जाए तथा प्रत्येक अमृत सरोवर तालाब के लिए स्टेकहोल्डर को तैयार किया जाए जिससे आजीविका के साधन विकसित किए जा सके। कार्यस्थल पर शासन द्वारा निर्धारित मानक अनुसार सूचना फलक लगाया जाए जिससे ग्रामीणों को कार्य के संबंध में पूरी जानकारी प्राप्त हो सके। सभी निर्माणाधीन अमृत सरोवर तालाबों का जियो टैगिंग कार्य आगामी दो दिवस में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
जिले के ग्रामीणों को रोजगार दिए जाने के संबंध में चर्चा करते हुए सीईओ जिला पंचायत ने कहा कि वर्षा ऋतु को देखते हुए वृक्षारोपण सेग्रीएशन सेंटर वा अन्य कार्यों में ग्रामीणों को रोजगार दिया जाए। सभी तकनीकी सहायकों को निर्देशित करते हुए कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र में मजदूरी मूलक कार्यों की पहचान कर ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराया। गौठान विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा गया कि गौठान मे आजीविका संवर्धन की गतिविधियां के लिए स्व सहायता समूह को तैयार किया जाए तथा मुर्गी शेड, बकरी शेड, मशरूम उत्पादन शेड, डबरी एवं बाड़ी बनाए जाने के लिए प्रस्ताव जिला पंचायत में प्रस्तुत किया जाए।
चारागाह विकास कराए जाने के लिए दो दिवस के भीतर प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश जनपद पंचायतों को दिए गए। वन अधिकार क्षेत्र में अधिक से अधिक मजदूरी मुल्क कार्य खोल कर आजीविका संवर्धन के लिए ग्रामीणों को जोड़ने की बात कही गई। जनपद पंचायत पंडरिया एवं बोडला को निर्देशित करते हुए कहा गया एफ आर ए क्लस्टर को विकसित करने हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाए। सीएलएफ परियोजना के अंतर्गत सुकृत नर्सरी एवं पौधरोपण कार्य को यथा शीघ्र प्रारंभ कराए जाने के निर्देश दिए गए। नरवा अभियान के तहत सभी नालों में हो रहे कार्यों को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। तकनीकी सहायकों को निर्देशित करते हुए कहा गया कि निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ किया जाए जिससे कि कार्य होने के बाद जिले के सिंचित क्षेत्र में वृद्धि हो सके।
नरवा अंतर्गत दूसरे चरण के कार्य के लिए चिन्हाकित नालो एवं पानी के स्रोतों का डीपीआर समय सीमा में बनाए जाने के निर्देश दिए गए। इस कार्य के लिए एक महा का समय अवधि निश्चित की गई। सभी मैदानी कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहा गया कि मजदूरी भुगतान समय सीमा में किया जाए कार्यों का मूल्यांकन शासन द्वारा निर्धारित समय अवधि में हो इस बात को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। समीक्षा बैठक में सभी जनपद पंचायत के कार्यक्रम अधिकारी जिले के सभी तकनीकी सहायक एवं जिला पंचायत के अधिकारियों कर्मचारी उपस्थित रहे।