चेन्नई। पोंगल और मकर संक्रांति करीब हैं और इन त्यौहारों को हर राज्य में अलग तरीके से मनाया जाता है। दक्षिण भारत में पोंगल बड़ा त्यौहार है और इसे लेकर महीनों पहले ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं। लेकिन इन दिनों राज्य में लोग इन तैयारियों को बीच सुबह 4 बजे से लोग राशन की दुकानों पर लंबी लाइनें लगाकर खड़े हो रहे हैं।
इन लाइनों को देखकर आप भी हैरान हो जाएंगे लेकिन इसके पीछे एक बड़ा कारण है। दरअसल, राज्य सरकार ने पोंगल के उपलक्ष्य में सभी राशन कार्ड धारकों को इन राशन दुकानों से 1000 रुपए का गिफ्ट देने की घोषणा की है।
इसके लिए राशन दुकानों के बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं साथ ही लोगों से भी कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की जा रही है। लोग इस गिफ्ट का पाने के लिए घंटो लाइन में लगे हुए नजर आते हैं, हालांकि, सरकार ने कहा है कि 1000 रुपए का यह गिफ्ट सभी राशन कार्ड धारकों को मिलेगा।
कोर्ट ने दिया झटका
राज्य सरकार के इस कदम को मद्रास हाई कोर्ट से झटका भी लगा है। कोर्ट ने आदेश जारी कर कहा है कि अब यह गिफ्ट केवल उन लोगों को ही दिया जाए जो गरीबी रेखा के नीचे हैं। कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा है कि पूरी तरह से जनता के पैसे की बर्बादी है। कोर्ट के फैसले के बाद लोगों के चेहरों पर चिंता है कि उन्हें गिफ्ट मिलेगा या नहीं।
सरकार ने की थी घोषणा
राज्य सरकार ने 3 जनवरी को घोषणा की थी कि राज्य के 2.02 करोड़ राशन कार्ड धारकों को पोंगल के मौके पर 1000 रुपए का गिफ्ट राशन दुकानों के माध्यम से दिया जाएगा। घोषणा के बाद लोग सब काम छोड़कर यह गिफ्ट पाने के लिए राशन दुकानों के बाहर सुबह 4 बजे से लाइन लगाकर खड़े हो गए।
मालूम हो कि राज्य में यह रिवाज है कि सरकार पोंगल पर जनता के लिए गिफ्ट देती है जिसमें चावल, दाल, गुढ़, काजू और इलायची दी जाती है। लेकिन इस साल सरकार ने हर राशन कार्ड धारक को 1000 रुपए का यह तोहफा देने की घोषणा कर दी है।