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प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया ने वीडियो कांफ्रेंस से कबीरधाम जिले के विकास कार्यों और कोरोना वायरस के रोकथाम,नियंत्रण, उनके बचाव के उपायों की तैयारियों की समीक्षा की

कवर्धा | 06 मई 2020। प्रदेश के महिला एवं बाल विकास ,समाज कल्याण विभाग एवं कबीरधाम जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया ने आज वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से राज्य सरकार के निर्देश पर नोवेल कोरोना वायरस कोविड-19 के रोकथाम, नियंत्रण और उनके बचाव उपायों के लेकर कबीरधाम जिले की तैयारियो की समीक्षा की। उन्होने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विशेष प्रयासों से प्रदेश भर के अलग-अलग जिलों से देश के विभिन्न राज्यों में लाॅकडाउन के कारण फसे श्रमिकों की सकुशल उनके घर वापसी के प्रयास किए जा रहे है। उन्होने कहा कि कबीरधाम जिले की श्रमिक जो अन्य राज्यों में लाॅकडाउन के कारणो ंसे फसे है,उन सभी श्रमिकों से संपर्क करते हुए सकुशल उनके घर वापसी की तैयारियों सुनिश्चित करे। उन्होने कहा कि श्रमिकों के घर वापसी से पहले कोरोना वायरस के बचाव के उपायों के तहत स्वास्थ्य परीक्षण कराते हुए निर्धारित समय तक क्वारेटाइन सेन्टर में रखना भी सुनिश्चित करें।

कबीरधाम जिले में श्रमिकों की तुलना से ज्यादा सुरक्षित ठहराने के लिए क्वारेटाईन संेन्टर बना लिए गए

कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने वीडियों कांफ्रसिंग में बताया कि कबीरधाम जिले के कोविड-19 कोरोना वायरस के रोकथाम और उनके बचाव के उपायों के लिए जिले के अन्य राज्य से फंसे श्रमिकों की तुलना से ज्यादा 20 हजार श्रमिकों और नागरिकों को सुरक्षित ठहराने के लिए क्वारेटाईन संेन्टर बना लिए गए है। क्वारेटाईन सेंटरों की निगरानी अनुविभाग स्तर पर अनविभागीय अधिकारी राजस्व,पुलिस जनपद पंचायत सीईओ और नगरीय निकायों में अधिकारियों की जिम्मेदारी दी गई हैं। इसके अलावा ग्राम स्तर पर विशेष निगरानी के लिए ग्राम सचिव,रोजगार सहायक, शिक्षकों दायित्व दिए गए है। कलेक्टर  शरण ने बताया कि कबीरधाम जिले में कोरोना पाॅजेटिव बिना लक्षण के मिले थे, इसकेा विशेष ध्यान में रखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से क्वारेटाईन की सीमा 14 दिनों से बढ़ाकर 21 दिन किया जा रहा है। जिले में निजी अस्पतालों केा उपचार के लिए कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है। उन अस्पतालों में आवश्यक तैयारियां कर ली गई है। उन्होने बताया कि कबीरधाम जिले में कंटेन्मेंट जोन क्षेत्र में शामिल गावों को छोड़कर पूरे जिले में मनरेगा के तहत रोजगारमूलक कार्य के माध्यम से 1 लाख 36 हजार पंजीकृत श्रमिकों को गांव स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराएं जा रहे। कलेक्टर शरण ने बताया कि वर्तमान में कोविड 19 से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए आंगनबाड़ी केन्द्रों का संचालन बंद रहने के कारण डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से अनौपचारिक शिक्षा गतिविधि संचालन के संबंध में निर्देश जारी किया गया है। लाॅकडाउन के दौरान मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत जिले कोे कुपोषण और एनीमिया मुक्त जिला बनाने का अभियान सुचारू रूप से संपादित किए जा रहे हैं। आंगनबाडी कार्यकर्ता, सहायिका के माध्य से चिन्हांकित मरीजों के घर गृह भेंट से सुपोषण अभियान के तहत सुखा राशन उपलब्ध कराए जा रहे है। रेडी टू ईंट समूहों के द्वारा रेडी टू ईंट की निरंतरता बनाए रखते हुए सतत् रूप से निर्माण कार्य किया जा रहा है। रेडी टू ईंट बनाने के सफाई एवं स्वच्छता का पर्याप्त ध्यान रखा जा रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग एवं एक समय पर पांच से अधिक लोगों की उपस्थिति नहीं हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में वितरण के समय भी पर्याप्त सावधानी बरती जा रही है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक  केएल ध्रुव, वनमंडलाधिकारी श्री दिलराज प्रभाकर,अपर कलेक्टर  जेके धु्रव, जिला पंचायत सीईओ विजयदयाराम के, एवं जिला खाद्य अधिकारी अरूण मेश्राम, महिला एंव बाल विकास विभाग अधिकारी आनंद तिवारी विशेष रूप से उपस्थित थे।

वनोपज संग्राहक परिवारों को 15 लाख रूपए का भुगतान

वनमंडलाधिकारी दिलराज प्रभाकर ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए जारी लाॅकडाउन के दौरान राज्य सरकार द्वारा वनोपज का संग्रहण करने की छूट मिलने और वनविभाग द्वारा उचित माध्यम से खरीदी की प्रक्रिया शुरू होने कबीरधाम जिले के वनंाचल क्षेत्रों में निवास करने वाले हजारों परिवारों को इस लाभ मिलना शुरू हो गया है। कबीरधाम जिले में अब तक वन विभाग कबीरधाम द्वारा चरौटा 450 क्विंटल, चिरायता 40 क्विंटल, वन तुलसा 6 क्विंटल, वन जीरा 11 क्विंटल, बहेड़ा 8 क्विंटल और शहद 32 क्विंटल संग्राहकों से खरीदा जा चुका है और 15 लाख 11 हजार 120 रूपए राशि का भुगतान किया जा चुका है।

40800 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण का लक्ष्य

कबीरधाम जिले में 40800 मानक बोरा तेन्दूपत्ता का संग्रहण का लक्ष्य है, जिसको 16 करोड़ 32 लाख रूपए में 4000 रूपए प्रति मानक बोरा की दर से क्रय किया जाएगा। यह क्रय 19 समितियों के अंतर्गत 252 फड़ों पर फड़ मुंशी एवं फड़ अभिरक्षक के माध्यम से होगा। तेन्दूपत्ता को संग्रहण करने वाले परिवारों को कोरोना वायरस की इस आपदा के समय रोजगार मुहैया कराया जाएगा।

प्रभारी मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया ने इन विषयों पर की समीक्षा

प्रभारी मंत्री श्रीमती भेड़िया ने वीडिया कांफ्रेसिंग के माध्यम से कबीरधाम जिले के प्रवासी मजदूरों की वापसी, तैयारी एवं अद्यातन स्थिति, कोविड‘19 के संबधं और राहत शिविर, कोविड अस्पताल, कोरोना परीक्षण की जानकारी, किट एवं अन्य संसाधानों की जानकारी, पीडीएस, खाद,बीज भण्डारण एवं उठाव, रवी फसलों की स्थिति, खरीफ फसलों की तैयारी, समर्थन मूल्य पर उपार्जित धान उठाव,कस्टम मिलिंग की स्थिति, कृषि फसलों के असमय वर्षा, ओलावृष्टि से नुकसान,प्राकृतिक आपदा पर राहत राशि के संबंध में, पेयजल समस्या, निरस्तारी जल भराव, रेडीटूईट गरम भोजन हेतु सुखा राशन वितरण, चकचक एवं सजग योजना की प्रगति, मनरेगा एवं अन्य रोजगार मूलक कार्यों की प्रगति, लघु वन उपज के क्रय, तेन्दूपत्ता तोड़ाई की तैयारियों की गहनता से समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।



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