बेमेतरा | 06 जुलाई 2020 कृषि विभाग की एक्सटेंशन रिफाम्र्स आत्मा योजना के अंतर्गत दो महिलाओं के जीवन स्तर मे बदलाव आया है। आज वे सब्जी का उत्पादन कर अपना गुजर-बसर कर रही है। आईये सुनतें हैं उन्ही की जुबानी- मैं श्रीमती सतरूपा बाई पति श्री द्वारिका गोंड़ ग्राम बैजी ,वि.ख. बेमेतरा की रहने वाली हूॅ। पहले मै सिर्फ एक साधारण गृहणी थी, फिर कृषि विभाग के अधिकारियों के संपर्क में आकर मै एवं मेरे साथ अन्य महिलाएं एक्स. रिफाम्र्स (आत्मा) योजनांतर्गत खाद्य सुरक्षा समूह (एफएसजी) जुड़ी ,जिसमें हमें सब्जी उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया एवं सब्जी उत्पादन के लिए सहायता राशि भी दी गई। इस राशि से हम सब्जी उत्पादन के लिए आवश्यक सामाग्री जैसे-बीज, खाद ,कीटनाशी आदि सामाग्री खरीदें। आत्मा योजनान्तर्गत दिये गये प्रशिक्षण व सहायता राशि से आज हम सफलता पूर्वक सब्जी का उत्पादन कर रहे है, जिससे हमें आय की प्राप्ति हो रही है, इस प्रकार परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
मशरुम उत्पादन बना आय का श्रोत
आत्मा योजना से जुड़ कर महिला स्व-सहायता समूह का निर्माण कर मशरुम उत्पादन द्वारा आय का श्रोत बना यह कहानी है बेमेतरा जिले के ग्राम बिलई की किरण की जिन्होने मशरुम उत्पादन का प्रशिक्षण लिया तथा आत्म निर्भर बनी, आईये सुनते हैं महिला की जुबानी- मेरा नाम श्रीमती किरण पति बेदराम ग्राम-बिलई ,वि.ख. बेमेतरा की रहने वाली हूॅ। पहले मै सर्फ एक साधारण गृहणी थी, फिर कृषि विभाग के अधिकारियों के संपर्क में आकर मै एवं मेरे साथ अन्य महिलाएं एक्स. रिफाम्र्स (आत्मा) योजनांतर्गत कृषक अभिरूचि समूह (एफआईजी) जुड़ी ,जिसमें हमें मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण दिया गया एवं मशरूम उत्पादन के लिए मशरूम स्पाॅन, फार्मेलिंन, कार्बेंडाजिम, पाॅलीथिन आदि सामग्री दी गई। आत्मा योजनान्तर्गत दिये गये प्रशिक्षण व आदान सामग्री से आज हम सफलता पूर्वक मशरूम का उत्पादन कर रहे है, जिससे हमें आय की प्राप्ति हो रही है, इस प्रकार परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है।
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