प्रियंका गांधी को कांग्रेस ने पूर्वांचल का प्रभारी बनाया है। कुछ लोग इसे कांग्रेस का ब्रह्मास्त्र बता सक्रीय राजनीति में प्रियंका का आगाज बता रहें है। इसको लेकर अब भाजपा की प्रतिक्रया भी आ गई है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रियंका को पूर्वांचल का प्रभारी बनाए जाने को परिवाद का राज्याभिषेक बताया। उन्होंने कहा कि यह राहुल गांधी की नाकामी की सार्वजनिक घोषणा है। नए भारत में आखिर कबतक परिवारवाद चलेगा? हमारे लिए पार्टी ही परिवार है जबकि उनके लिए परिवार ही पार्टी है।
भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता संबित पात्रा ने अमर उजाला से बातचीत करते हुए कहा कि प्रियंका गांधी इसके पहले भी उत्तर प्रदेश में अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार किया करती थी। उसका परिणाम पूरा देश देख चुका है कि कांग्रेस यूपी में खत्म होने के कगार पर आ गई है। अब भी वे सिर्फ चुनाव प्रचार ही करेंगी। ऐसे में उनके आने या न आने से भाजपा को कोई असर नहीं पड़ता।
भाजपा नेता ने कहा कि प्रियंका गांधी को महासचिव बनाये जाने से यह भी साफ हो गया है कि इस चुनाव में लड़ाई कामदार बनाम नामदार का है। वे नामदार लोग हैं और उनके पास नाम के अलावा और कुछ भी नहीं है। जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास काम है और हम उनके काम के आधार पर चुनाव लड़ेंगे।
संबित पात्रा के मुताबिक उत्तर प्रदेश के गठबंधन में अखिलेश यादव और मायावती ने राहुल गांधी को नकार दिया था। पश्चिम बंगाल में आयोजित विपक्ष की रैली में भी राहुल गांधी को किसी ने स्वीकार नहीं किया था। प्रियंका गांधी की नियुक्ति से अब तो खुद कांग्रेस ने ही यह मान लिया है कि राहुल गांधी से कुछ नहीं हो पा रहा है। पात्रा ने कहा कि प्रियंका गांधी के आने के समय भी उसी प्रकार हल्ला मचाया जा रहा है जिस प्रकार कभी राहुल गांधी के आने पर मचाया गया था। लेकिन समय ने बताया है कि राहुल गांधी असफल साबित हुए और इसी तरह प्रियंका गांधी भी राजनीति में असफल साबित होंगी।
इससे पहले कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोहरा ने प्रियंका को पूर्वांचल प्रभारी के रूप में नियुक्त किए जाने पर बोलते हुए कहा कि उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। इसका प्रभाव केवल पूर्वांचल में ही नहीं बल्कि राज्य के दूसरे इलाकों में भी होगा। कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि प्रियंका कांग्रेस को न सिर्फ उत्तर प्रदेश में बल्कि पूरे देश में जिंदा करेंगी। वह एक फरवरी के बाद विदेश से वापस आकर संभालेंगी।
बता दें कि गुलाम नबी आजाद को उत्तर प्रदेश के प्रभारी पद से हटाकर प्रियंका गांधी को पूर्वांचल और ज्योतिरादित्य सिंधिया को यूपी पश्चिम का प्रभारी बनाया गया है। प्रियंका फरवरी के पहले सप्ताह में प्रभार ग्रहण करेंगी।