कवर्धा दिनांक 12 जुलाई 2025 को दिल्ली पब्लिक स्कूल, महाराजपुर, कवर्धा में दो महत्वपूर्ण आयोजनों का सफल संचालन किया गया। प्रातःकाल विद्यालय प्रांगण में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर एक विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई, जिसमें देश की रक्षा हेतु अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस सभा में देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति, प्रेरणादायक भाषण एवं मौन श्रद्धांजलि के माध्यम से छात्रों को वीरता, त्याग और राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया गया। प्रधानाचार्या श्रीमती ग्रेसिया एन फीग्रेड ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि हमे शहीदों के जीवन से प्रेरणा लेकर देश के प्रति अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करना चाहिए।
विशेष सभा के उपरांत, विद्यालय में अत्यंत गरिमामयी वातावरण में अलंकरण एवं शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर नवचयनित छात्र-छात्राओं को उत्तरदायित्वों का बोध कराते हुए विधिवत शपथ दिलाई गई एवं उन्हें उनके पदों के अनुरूप अलंकृत किया गया।
इस समारोह में निम्नलिखित छात्रों को विभिन्न पदों पर मनोनीत किया गया:
प्रधान छात्र (हेड बॉय) – आदित्य दसरिया
प्रधान छात्रा (हेड गर्ल) – कनिका जोशी
उप प्रधान छात्र (वाइस हेड बॉय) – पीयूष वर्मा
उप प्रधान छात्रा (वाइस हेड गर्ल) – एंजल
खेल कप्तान – लोकेश दुबे
सांस्कृतिक कप्तान – संस्कृति
हाउस कैप्टन (बालक / बालिका):
रेड हाउस – सानिध्य शर्मा / अश्विका
ग्रीन हाउस – आनंद / दिशा साहू
ब्लू हाउस – देवेंद्र / रेनू जायसवाल
येलो हाउस – पंकज तिवारी / अंजली वर्मा
पर्यावरण क्लब कप्तान – प्रवीण साहू
अनुशासन कप्तान – जीवेश
इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत संगीत एवं नृत्य कार्यक्रमों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। विद्यार्थियों ने अपनी प्रस्तुतियों के माध्यम से नेतृत्व, कला और उत्साह का सुंदर प्रदर्शन किया।
इस गरिमामयी समारोह में विद्यालय के डायरेक्टर श्री आशीष कुमार अग्रवाल जी की विशेष उपस्थिति रही। उन्होंने छात्रों को शुभकामनाएँ दीं एवं उन्हें निष्ठा, सेवा और अनुशासन के साथ कार्य करने हेतु प्रेरित किया। कार्यक्रम का संचालन प्रधानाचार्या श्रीमती ग्रेसिया एन फीग्रेड के मार्गदर्शन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
विद्यालय के समस्त शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएँ दोनों आयोजनों में सक्रिय रूप से सम्मिलित रहे।
यह दिन विद्यालय के इतिहास में प्रेरणा, नेतृत्व एवं राष्ट्रभक्ति की भावना के रूप में सदैव स्मरणीय रहेगा।