35-40 वर्ष पुरानी ये पुले अपने अस्तीत्व को अब नही बचा पायेगी
कवर्धा 10 मई – जिले के अंतर्गत प्रमुख मार्गो में निर्मित पुल पुलियों पुराने व खतरनाक हो गये है और इन पुलो के पायो मे दरार आ गये है जिनका वर्षो से मरम्मत नही किया गया है जिससे ये पुल वाहनो के साथ साथ आम लोगो के लिए खतरा बन गये है कभी भी ये पुल भरभरा कर वाहनो के साथ गिर सकते है। पुल पुलिया की स्थिति नाजूक हो गई है 35-40 वर्ष पुरानी ये पुले अपने अस्तीत्व को अब नही बचा पायेगी जगह जगह पर दरार पड़ चुकी है एवं छड़ो की पकड़ ढीली पड़ रही है ,ये पुल अब भारी वाहनो का बोझ उठाने मे असमर्थ हो रहे है। पुल पुलियों का समय लगभग पूर्ण हो चूका है जिसके कारण जर्जर तो है ही इसके साथ इनमे दरार भी आ गई है जो कभी भी गिर सकते है। जानकारो का कहना कब यह पुल ढ़ह जाय यह कहा नही जा सकता है।
जिले के व्यस्तम मार्ग कवर्धा – पंडरिया के बीच छोटे बड़े अनेक पुल पुलिया है जिसमें से प्रमुख गड़ई नदी का पुल ,पांडातराई में थाना के सामने बने पुल एवं पंडरिया के पास हाफ नदी पर बने पुल की स्थिति बेहद जर्जर हो चुकी है ,ये पुल कभी भी धराशायी हो सकते है। विभाग की लापरवाही एवं देखरेख के अभाव के कारण कभी भी ये पुल गिर सकते है। लोक निर्माण विभाग की निष्क्रीयता के चलते हाफ नदी पुल में दरार आ गई है ,यह पुल कभी भी जमींदोज हो सकती है । पांडातराई में थाना के सामने बने पुल के नीचे सीमेंट की परत छोड़ रही है। सीमेंट की कसावट ढ़ीली पडने से छड़े निकल रहे है ,संबधित विभाग के अनदेखी की वजह से कभी भी दुर्घटना घट सक ती है कुछ शरारती तत्व इन पुलो के छड़ को काटकर निकाल ले गये जिससे पुल की पकड़ कमजोर हो गई है इन पुलो को पार करना मानो मौत का साक्षात सामना करना हो गया है। इन दिनों पुलो से रोज हजारो गाडियां गुजरती है जिनमें से कई गाडियां तो क्षमता से अधिक बोझ लादे हुए होती है जो और भी खतरनाक है।