मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में खनिज विभाग के काम-काज की समीक्षा की. बघेल ने बैठक में कहा कि सन् 1857 के अमर शहीद वीर नारायण सिंह की स्मृतियां हमारी अनमोल धरोहर है। उनकी जन्म और कर्म भूमि पर खनन की अनुमति देना चिंताजनक था। उन्होंने कहा कि इस बात की समीक्षा की जाएगी कि किन परिस्थितियों में अमर शहीद की माटी की खुदाई का निर्णय लिया गया।
खनिज विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला खनिज न्यास संस्थान की कार्यप्रणाली पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने इस बात पर चिंता जताई कि खनन प्रभावित क्षेत्रों और वहां रहने वाले लोगों का ध्यान रखे बिना बड़े पैमाने पर राशि खर्च की गयी। इसमें से अधोसंरचना के नाम पर गैर जरूरी निर्माण कार्यों पर 4553 करोड़ रूपए के कार्य स्वीकृत हुए थे, जिसमें से 2520 करोड़ रूपए खर्च किए गए हैं। खनिज निधि की राशि का भारी दुरूपयोग अनावश्यक और अनुपयोगी निर्माण कार्यों में किया गया। बघेल ने ऐसे स्वीकृत लेकिन शुरू नहीं हुए निर्माण कार्य तत्काल प्रभाव से बंद करने और निर्मित कार्यों की भी जांच कराने के निर्देश दिए हैं। सीएम बघेल ने कहा कि इस राशि का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य, जीवन स्तर, आजीविका के लिए किया जाना चाहिए जो इसका मूल उद्देश्य है।