रायपुर. एक जवान के शहीद होने का दर्द उसके परिजन ही समझ सकते हैं, जिन्हें ताउम्र इस दर्द को झेलना पड़ता है. ऐसा ही दर्द बस्तर में शहीद हुए एएसआई रुद्र प्रताप सिंह की पत्नी प्रतीक्षा सिंह ने फेसबुक पोस्ट के जरिए बयां किया है.
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 30 जवानों की शहादत पर नक्सली हमले में शहीद हुए एएसआई रुद्र प्रताप सिंह की पत्नी प्रतीक्षा सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिए सवाल उठाते हुए कहा कि पुलवामा में आतंकी हमले में कई जवान शहीद. न जाने इस खून की होली का अंत कब होगा. नक्सलवाद और आतंकवाद हमारे देश से कब मिटेगा और कितने जवान ऐसे ही शहीद होते रहेंगे और कब तक शहीद होते रहेंगे, और कब तक शहीदों का परिवार इस दर्द को सहेगा? कैसे सहेगा? कब तक चलेगी ये खून की होली? आखिर कब तक?