*कवर्धा के जिला अस्पताल के छत के ऊपर लगे सौर प्लांट संयंत्र से अब तक 2,35,000 यूनिट बिजली का उत्पादन, विद्युत देयक में लगभग 10 लाख रुपए तक की बचत का रिकार्ड बनाया*
*क्रेडा द्वारा स्वास्थ्य केंद्रो में सौर ऊर्जा से हो रही विद्युत आपूर्ति*
*विद्युत पहुंच विहीन क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रो के लिए भेजा गया हैं प्रस्ताव*
कवर्धा | 12जुलाई 2020। कबीरधाम जिले के मैदानी, जंगल और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित शासकीय उप स्वास्थ्य केंद्र , प्राथमिक स्वास्थ्य केँद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा
कुल 51 नग सोलर पावर प्लांट के माध्यम से 47 स्थलों पर विद्युतीकरण का कार्य करवाया गया हैं । जिनकी कुल क्षमता 172 किलो वाट हैं, जिनसे प्रति दिन लगभग 600 यूनिट बिजली का उत्पादन हो रहा है। उत्पादित बिजली का उपयोग स्वास्थ्य केंद्रो द्वारा अपनी आवश्कता अनुरूप किया जा रहा हैं। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुसार कबीरधाम जिले के पहाड़ी और पहुँचविहीन बैगा बहुल गांवों में सौर ऊर्जा बिजली पहुचाने के लिए कार्ययोजना बनाई जा रही है।
जिला चिकित्सालय में भी बिजली बचाने के उद्देश्य से 50 किलो वाट क्षमता के आन ग्रिड सोलर पावर प्लांट संयंत्र के स्थापना का कार्य क्रेडा द्वारा कराया गया है। इस प्लांट संयंत्र से प्रति दिन लगभग 150 से 200 यूनिट बिजली सौर ऊर्जा से उत्पादन किया जा रहा हैं। जिसे सीधे विद्युत वितरण कंपनी द्वारा प्रदायित विद्युत सप्लाई से सिंक्रोनाइज कर प्रति दिन जिला अस्पताल में विद्युत खपत को कम किये जाने का कार्य किया जा रहा है। ऑन ग्रिड संयंत्र स्थापना से लेकर अब तक जिला चिकित्सालय में 2,35,000 यूनिट बिजली का उत्पादन सौर ऊर्जा संयंत्र द्वारा किया जा चुका हैं तथा उपभोग किए जाने वाले विद्युत देयक में लगभग 10 लाख रुपए तक की बचत की जा चुकी है। सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना से स्वास्थ्य केंद्रो को विद्युत व्यवस्था के साथ साथ वित्तीय लाभ भी हो रहा है।
क्रेडा विभाग द्वारा सोलर पावर प्लांट स्थापना के साथ ही 5 वर्षों की वारंटी भी रहती हैं, जिसके अन्तर्गत 5 वर्ष तक मेंटेनेन्स कार्य में होने वाले व्यय का वहन विभाग द्वारा किया जाता हैं। स्वास्थ्य केंद्रो में स्थापित सभी सौर ऊर्जा संयंत्र वर्तमान में कार्यशील अवस्था हैं । विगत वर्ष 2019-20 में क्रेडा द्वारा वारंटी अवधि समाप्त हो चुके 17 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रो एवं 3 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रो में स्थापित सौर ऊर्जा संयंत्रों के बैटरी बैंक विभागीय मद से बदल कर नई स्थापित कराई गई हैं, और 3 स्थलों के बैटरी बदले के लिए प्रस्ताव संबधित कार्यालय को भेजी जा चुकी हैं । ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित शासकीय अस्पतालो में जहां परंपरागत विद्युत बार-बार बाधित होती रहती हैं वहां सौर ऊर्जा अत्यंत ही उपयोगी साबित हो रही है।
ऐसे स्थल जहां वन बाधा या अन्य कारणों से परंपरागत बिजली नहीं पहुंच पाई हैं उन स्थलों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रो में भी सौर ऊर्जा से बिजली प्रदाय के लिए जिला प्रशासन को प्रस्ताव प्रेषित किया गया है।जिसकी प्राक्कलित राशि प्राप्त होने पर उक्त स्थलों में भी विद्युतीकरण का कार्य कराया जा सकेगा ।
इसके अलावा वन बाधित एवं पहाड़ी दुर्गम इलाकों में निवासरत बैगा आदिवासी परिवारो को भी सोलर होम लाइट प्रदाय कर उनके घरो को रोशन करने का कार्य क्रेडा द्वारा सौभाग्य योजना के माध्यम से किया गया हैं । जिनके सुचारू रूप से संचालन हेतु हर 500 नग संयंत्रों के लिए 1-1 टेक्नीशियन व हेल्पर रखे गए है, जो कि प्रत्येक माह रोस्टर अनुसार मेन्टेनेन्स कार्य के लिए उक्त ग्राम का दौरा किया जाता है ।
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