रायपुर। विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद संगठन में मची कलह से उबरकर अब भाजपा लोकसभा चुनाव की तैयारी में उतर गई है। प्रदेश स्तर से लेकर मंडल स्तर तक बैठकों का दौर करके संगठन ने पदाधिकारियों और कार्यकार्ताओं की नाराजगी का गुबार निकल दिया है। अब सोमवार से आजीवन सदस्यता अभियान शुरू होने जा रहा है।
इसमें पार्टी के सभी सदस्य एक हजार से दस हजार रुपए की राशि पार्टी की सदस्यता के लिए जमा करेंगे। प्रदेश में भाजपा के 25 लाख सदस्य हैं। लोकसभा चुनाव से पहले संगठन का फोकस अब सदस्यता अभियान पर है।
इसके साथ ही पार्टी हर पदाधिकारी और कार्यकर्ता के घर पर भाजपा का झंडा लगाने का अभियान भी शुरू करने जा रही है। मंगलवार को मेरा परिवार, भाजपा परिवार अभियान का शुभारंभ होगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि पार्टी पूरी तरह से चुनावी मोड में उतर गई है।
संगठन स्तर पर बैठकों का दौर शुरू हो गया है। अगले एक सप्ताह में बूथ स्तर और शक्ति केंद्र स्तर पर संगठन को एक बार फिर सक्रिय किया जाएगा। सदस्यता अभियान, मेरा परिवार-भाजपा परिवार अभियान और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के शक्ति केंद्र प्रभारियों से संवाद के बाद पार्टी पूरी तरह से चुनाव रण में उतर जाएगी।
भाजपा पहली बार प्रदेश में सत्ता के बगैर लोकसभा चुनाव के मैदान में उतर रही है। भाजपा के आला नेताओं की मानें तो विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा के खिलाफ गुस्सा कम हो गया है। कांग्रेस की नई सरकार के कामकाज और भाजपा सरकार के 15 साल के काम की तुलना अब गांव-गांव होने लगी है। केंद्र में मजबूत सरकार के लिए जनता मोदी के पक्ष में खड़ी नजर आ रही है।
विधानसभा से उलट आएंगे लोकसभा के परिणाम
भाजपा के आला पदाधिकारियों ने बताया कि विधानसभा चुनाव में स्थानीय स्तर पर नाराजगी का परिणाम सामने आया। जबकि केंद्र में मोदी सरकार की 37 योजनाओं का करीब डेढ़ करोड़ लोगों को लाभ मिला है। यह लाभार्थी केंद्र में मजबूत सरकार चाहते हैं, इसलिए लोकसभा चुनाव में विधानसभा के उलट परिणाम आएंगे।
हर लोकसभा में डेढ़ से दो लाख वोट के अंतर को पाटने के लिए पदाधिकारियों ने नया फार्मूला तैयार किया है। इसमें बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं का राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ सीधा संवाद कराने की तैयारी है। प्रदेश में तीन सम्मेलन शक्ति केंद्र और बूथ प्रभारियों के होंगे।