0 कलेक्टर ने विद्युत संधारण कार्यों की गहनता से समीक्षा की
कवर्धा, 05 जून – कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने कबीरधाम जिले के कवर्धा एवं पंडरिया विद्युत संभाग के अंतर्गत आने वाले सभी उपकेन्द्रों से शहरी, कस्बाई, ग्रामीण एवं वनांचल क्षेत्रों में होने वाले विद्युत आपूर्ति और खपत की समग्र जानकारी ली। कलेक्टर ने विद्युत विभाग के अधिकारियो और कर्मचारियों से सख्त निर्देश देते हुए कहा कि मानसून से पहले जिले के सभी विद्युत लाईनों को संधारण का कार्य प्राथमिकता में पूरा करे। उन्होने यह भी कहा कि जिन उपकेन्द्रों के विद्युत लाइनों का संसाधरण कार्य किया जाना है, इसकी पूर्व सूचना उस क्षेत्र के विद्युत उपभोक्ताओं को आवश्यक रूप से दे। बैठक में विद्युत विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में विद्युत संधारण का कार्य तेजी से चल रहा है। विद्युत लाइनों की संधारण कार्य होने से पहले संबंधित क्षेत्र के बिजली उपभोक्ताओं को आम सूचना के माध्यम से दी जा रही है।
कलेक्टर अवनीश कुमार शरण ने जिले के सभी विद्युत उपकेन्द्र से ग्रामीण क्षेत्रों को प्रदाय किये जा रहे विद्युत आपूर्ति के संदर्भ में विस्तृत जानकारी ली। इस अवसर पर उन्होने उपस्थित अधिकारियों से विद्युत उपकरणों के आवश्यक रख रखाव व आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए आरक्षित रखे गए अग्निशामक यंत्रो की वैधता बनाए रखते हुए यथा संभव उपयोग सबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने कवर्धा एवं पंडरिया विद्युत संभाग के अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में सतत रूप से भ्रमण करने और विद्युत आपूर्ति बेहतर बनाए रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने उपकेन्द्र में सुरक्षा उपकरणों जैसे डिस्चार्ज रॉड, सेफ्टी बेल्ट, हेलमेट, दस्तानों की उपलब्धता बनाए रखने के भी निर्देश दिए। उनहोने उपकेन्द्र के परिधि में आने वाले ग्रामों में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, शासकीय भवनों, ग्रामीण उपभोक्ताओं को प्रदाय किए जा रहे वोल्टेज की जानकारी ली। उनके द्वारा विद्यमान वितरण ट्रांसफार्मरों में विद्युत लोड तथा कृषक उपभोक्ताओें के कृषि पंपो के लिए प्रदाय की जा रही विद्युत आपूर्ति के परिपेक्ष्य में विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। उन्होनें उपस्थिति मैदानी अधिकारियों को इन अंचलो में गुणवŸापूर्ण एवं निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाये रखने के दिशा-निर्देश दिए।
कवर्धा विद्युत संभाग के अधिकारी वीके महालिया ने बैठक के माध्यम से जिले के सभी विद्युत उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा कि जानकारी के अभाव एवं असावधानी के कारण विद्युत अपघात से जानमाल का नुकसान हो जाता है, जिसकी भरपाई आजीवन संभव नहीं होती। यदि बिजली के उपकरणों, लाईनों से पर्याप्त सुरक्षित दूरी बनाई रखी जावे तथा बिजली के उपकरणों से छेड़छाड़ न की जावे, तो ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। उन्होनें समस्त उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षा की दृष्टि से अति आवश्यक जानकारियां साझा की भी है। उन्होने कहा कि विद्युत लाईनों से छेड़छाड़ न करें। बिजली की लाईनों के नीचे निर्माण कार्य न करें। विद्युत लाईनों, उपकरणों, ट्रांसफार्मर आदि में खराबी आने पर अनाधिकृत रूप से सुधार कार्य का प्रयास न करें। तथा ऐसी स्थिति में विभाग के संबंधित कर्मचारी, अधिकारी को सूचित करें। विद्युत लाईनों से सुरक्षित दूरी बनायें रखें। यदि कही बिजली का तार टूटकर जमीन पर गिरा पाया जाता है, तो उससे दूर रहे तथा अन्य व्यक्तियों को भी दूर रहने की हिदायत दें एवं इसकी जानकारी तत्काल संबंधित लाईनमेंन, कनिश्ठ अभियंता को देकर विद्युत प्रवाह बंद करावें। नदी नालों, तालाबों आदि में बिजली का तार टूटकर गिरा पाये जाने पर पानी में न जायें तथा पर्याप्त दूरी बनाये रखें एवं इसकी सूचना तत्काल संबंधित लाईन कर्मचारी कनिश्ठ अभियंता को देकर विद्युत प्रवाह बंद करावें। उपकरण एवं पंप आदि चलाने के लिए हुकिंग कर बिजली का अनाधिकृत उपयोग न करे, यह खतरनाक हो सकता है। घरों,खेतां आदि में बिजली के गुणवत्तापूर्ण उपकरणों का उपयोग करें। कपड़े सुखाने के लिए बिजली के खंभे से तार आदि न बांधे। कपड़े सुखाने वाले तार को विद्युत उपकरणों लाईनों से पर्याप्त दूरी पर रखें। कटी-फटी सर्विस लाईनों का उपयोग न करें। .अस्थायी कनेक्षन हेतु कटे-फटे वायर का उपयोग न करें, तथा पर्याप्त लंबाई की बल्लियों का उपयोग कर लाईन जमीन से पर्याप्त ऊंचाई पर रखें। बाड़ी, खेतों की बाड़, कंटीले तार आदि में विद्युत प्रवाहित न करें और बच्चों को विद्युत उपकरणो व लाईनों के आसपास न खेलने दे।