नई दिल्ली. देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने और इससे निपटने के लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दूसरे दिन 17 राज्यों के मुख्मंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कोविड 19 से उत्पन्न हालात पर चर्चा की. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों को देखते हुए बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए |
पीएम मोदी ने कहा, ‘देश में बुनियादी स्वास्थ्य सेवाएं बढ़ाना तब बढ़ेंगी जब प्रत्येक कोरोना वायरस संक्रमण के मरीज को बेहतर इलाज मिलेगा. इसके लिए हमें कोविड 19 टेस्ट बढ़ाने होंगे जिससे कि संक्रमित लोगों की पहचान की जा सके
पीएम मोदी ने कहा, ‘तीन महीने पहले पूरे विश्व में पीपीई किट और टेस्टिंग किट की किल्लत थी. भारत के साथ भी ऐसा ही था, क्योंकि हम इनके लिए आयात पर निर्भर थे. लेकिन मौजूदा समय में राज्यों के पास 1 करोड़ पीपीई किट और 1 करोड़ एन 95 मास्क पहुंच चुके हैं |
पीएम मोदी ने कहा कि देश में कोरोना से ठीक हो रहे लोगों की संख्या कोरोना के मरीजों से अधिक है. देश में मौजूदा समय में वेंटिलेटर और आईसीयू की जरूरत कुछ मरीजों को ही है. हमने समय पर निर्णायक कदम उठाए इसलिए हम कोरोना से जंग लड़ पाने और इसके प्रसार को रोकने में सक्षम हैं |
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 21 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की थी. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा था कि भारत में कोरोना महामारी का रिकवरी रेट 50 फीसदी से अधिक है. देश में अभी भी कोविड 19 महामारी का प्रभाव विश्व के अन्य हिस्सों जितना अधिक नहीं है. उन्होंने कहा था कि इस समय थोड़ी सी भी लापरवाही पूरी मेहनत पर पानी फेर सकती है |