रायपुर | 30 अगस्त 2020 पुलिस के पास एक शिक्षक और स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाली महिला से ठगी की शिकायतें आई हैं। दोनों ही मामलों में अब साइबर टीम के एक्सपर्ट की मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। पहले मामले में शिक्षक को नौकरी लगाने का झांसा दिया गया। रायपुरा के रहने वाले दीपेश यादव ने दुर्ग में शिक्षक पद के लिए आवेदन किया था। एक माह बाद युवक को जिला शिक्षा अधिकारी के नाम पर फोन आया। उससे कहा गया कि उसका सलेक्शन हो गया है अब उसे 50 हजार रुपए देने होंगे। बातों आकर युवक ने आरोपी द्वारा बताए खाता नंबर पर 20 हजार रुपए डाल दिए।
और भी लोग हुए होंगे शिकार
ठग ने युवक को भरोसे में लेने के लिए एक फर्जी चयन सूची भी भेज दी। सूची में अपना नाम देखकर दीपेश रुपए देने के लिए राजी हो गया। ठग ने कहा कि नियुक्ति पत्र के लिए 50 हजार खर्च करने होंगे। इसलिए युवक ने रुपए दे दिए। मगर इसके बाद से जिस नंबर से फोन आया वो मोबाइल बंद है। दीपेश के पास कोई नियुक्ति पत्र भी नहीं आया । पुलिस को शक है कि इस तरह से अन्य लोगों से भी ठगी हुई होगी। अभी एक ही पीड़ित सामने आया है। कुछ और भी लोग सामने आ सकते हैं। पुलिस ने बैंक से खाते की जानकारी मांगी है। दीपेश को जिस नंबर से कॉल आया था, उसकी भी कॉल डीटेल खंगाली जा रही है।
महिला को मिला ही नहीं सामान
स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ सीनियर महिला लैब टेक्नीशियन से 58 हजार की ऑनलाइन ठगी हो गई। महिला ने ऑनलाइन सामान का ऑर्डर दिया था, जो कुरियर से आना था। पार्सल रिसीव करने के लिए कुरियर वाले ने एक एप डाउनलोड करने को कहा। इसके बाद महिला के खाते से अलग-अलग किश्त में 58 हजार रुपए निकाल लिए गए। जब मोबाइल पर ट्रांजेक्शन का मैसेज आया तब महिला को ठगी का पता चला। माना के शारदा विहार में रहने वाली मर्सी थामस इस ठगी का शिकार हुई हैं। उन्हें पार्सल देने के लिए डीटीडीसी नाम की कंपनी के नाम से कॉल आया था। अब तक शॉपिंग का सामान तक महिला को नहीं मिल सका है। इस केस की जांच में भी पुलिस जुट चुकी है।