कबीरधाम जिले के महराजपुर स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल, कवर्धा में दिनांक 15 जनवरी 2025 को आयोजित नि:शुल्क नेत्र रोग निदान जांच शिविर भव्य रूप से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ की गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. सिद्धार्थ जैन (कमला क्लीनिक, कवर्धा) और डॉ. गजेंद्र सिंह (रेडियंस हॉस्पिटल, कवर्धा), श्री आशीष पाठक (पुजारी भोरमदेव मंदिर ), श्री व्यासनारायण चंद्रवंशी (चंद्रयान हॉस्पिटल कवर्धा), डॉ. गोवर्धन सिंह ठाकुर (गोराज हॉस्पिटल), श्री गणेश नाथ योगी , डॉ. शिवगोपाल परिहार, विद्यालय संचालक श्री आशीष अग्रवाल, श्री अभिषेक अग्रवाल, श्री शिव अग्रवाल, श्री मनोज अग्रवाल एवं विद्यालय के प्राचार्य श्री एन राजेश कुमार उपस्थित थे ।
एम.जी.एम. आई हॉस्पिटल, रायपुर से आए प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ. जनक सेन और डॉ. हर्षा गोकलानी ने अपनी अनुभवी टीम के साथ मरीजों की जाँच की। उनकी टीम ने मरीजों को नेत्र रोगों की रोकथाम एवं उपचार के लिए महत्वपूर्ण सलाह दी।
शिविर में लगभग 350 से अधिक मरीजों ने अपनी आँखों की जाँच कराई। साथ ही साथ निःशुल्क बीपी, शुगर परीक्षण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान नेत्र सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिए विद्यार्थियों द्वारा नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया। इस नाटक में नेत्र स्वास्थ्य के महत्व, आँखों की देखभाल और नेत्रदान की आवश्यकता पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया। नाटक ने उपस्थित लोगों को आँखों की सुरक्षा के प्रति जागरूक किया और नेत्रदान के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथियों ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे शिविर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने आयोजकों को इस प्रयास के लिए बधाई दी और भविष्य में भी इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर आयोजित करने का आग्रह किया।
शिविर में अनुभवी नेत्र चिकित्सकों की टीम ने आधुनिक उपकरणों के माध्यम से मरीजों की आँखों की जाँच की। साथ ही मरीजों को आँखों की देखभाल के बारे में उपयोगी जानकारी भी दी गई।
इस अवसर पर स्कूल के संचालक और शिक्षक – शिक्षिकायों ने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। आयोजकों ने सभी अतिथियों, चिकित्सकों और सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त किया।
- डॉ. सिद्धार्थ जैन (कमला क्लिनिक, कवर्धा): “नेत्रों में लापरवाही न करें। यदि मोतियाबिंद बढ़ जाए तो ऑपरेशन मुश्किल हो सकता है। चश्मे की दुकान पर जाकर जांच कराने के बजाय नेत्र अस्पताल में नियमित जांच करवाएं। इस प्रकार के शिविर सराहनीय हैं। अपनी आँखों का सही तरीके से ध्यान रखें।”
- डॉ. गजेंद्र सिंह (रेडियंस हॉस्पिटल, कवर्धा): “विद्यालय में इस प्रकार का नेत्र शिविर लगाकर समाज को नई दिशा दी जा रही है। समय पर आँखों की जांच और मोतियाबिंद का सही इलाज करना जरूरी है। नेत्रदान का महत्व समझें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। मैं विद्यालय प्रबंधन को इस प्रयास के लिए धन्यवाद देता हूँ।”
- डॉ. हर्षा गोकलानी (एमजीएम, रायपुर): “आंखों की सुरक्षा के लिए 20-20-20 नियम बेहद जरूरी है। हर 20 मिनट बाद स्क्रीन से नजर हटाकर 20 सेकंड तक 20 फीट दूर देखें। मोबाइल, कंप्यूटर और अन्य गैजेट्स के अधिक उपयोग से बचें। नेत्रदान का महत्व समझें और इसे बढ़ावा दें। यह सबसे बड़ा उपहार है।”
- डॉ. जनक सेन (एमजीएम, रायपुर): “इस शिविर का आयोजन अत्यंत सराहनीय है। मोतियाबिंद के शुरुआती लक्षणों को नज़रअंदाज न करें और नियमित रूप से आँखों की जांच कराएं। किसी भी नेत्र समस्या पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। एमजीएम अस्पताल को इस सेवा के 21 वर्ष पूरे होने पर शुभकामनाएं। यह सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।”
- एन. राजेश (प्रधानाचार्य, दिल्ली पब्लिक स्कूल कवर्धा): “नेत्र सुरक्षा के प्रति जागरूकता बेहद जरूरी है। नियमित नेत्र जांच और सही उपचार से आँखों को सुरक्षित रखा जा सकता है। इस प्रकार के शिविर समाज में जागरूकता फैलाने में मददगार हैं।”
- आशीष अग्रवाल (संचालक,दिल्ली पब्लिक स्कूल कवर्धा): “यह आयोजन हम नेत्र रोग से पीड़ित लोगों के लिए कर रहे हैं, जो इलाज नहीं कर पा रहे थे और दूर रायपुर जैसे शहर में जाने के लिए असमर्थ हैं। यह शिविर उनके लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हो सकता है। हम इस प्रयास को समाज के लिए फायदेमंद मानते हैं।”