जिले के पिपरिया क्षेत्र के खैरझिटी ग्राम की एक चार वर्षीय बच्ची को स्वाइन फ्लू होने की खबर सामने आई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया स्वाइन फ्लू के कारण,लक्षण व बचाव के उपाय। लक्षण आने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करने की अपील।
कवर्धा। राज्य के कुछ जिलों में स्वाइन फ्लू की खबर आने के पश्चात कबीरधाम स्वास्थ्य विभाग की ओर तत्काल जिले की जनता को सजग करते हुए अलर्ट जारी कर दिया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुजॉय मुखर्जी ने सर्दी, खासी, बुखार, बदन दर्द, उल्टी-दस्त आदि सम्बन्धी लक्षण आने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में सम्पर्क करने की सलाह दी है। उन्होंने बताया कि एच1एन1 टाइप ए इन्फ्लूएंजा एक वायरल इंफेक्शन है, जो मूल रूप से सूअरों से मनुष्यों में फैला था। अब, यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है।
स्वाइन फ्लू के लक्षण
डॉ मुखर्जी ने बताया कि कोविड, वायरल फिव्हर आदि के लक्षण इंफ्यूएंजा से आपस में काफी मिलते-जुलते हैं। इसमें बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, दस्त, खांसी और छींक आने जैसे लक्षण शामिल हैं। फ्लू सीजन में बेसिक हाइजीन का खयाल रखकर और सर्जिकल मास्क पहनकर इस संक्रमण से बचा जा सकता है। स्वाइन फ्लू के कई मामले गर्मी और मानसून सीजन में बढ़ जाते हैं। हालांकि, इस बीमारी से बचाव के लिए विभिन्न टीकों के साथ ही कई तरह के एंटीवायरल ट्रीटमेंट भी मौजूद हैं। बेहतर यही होगा कि इन दवाओं का सेवन डॉक्टर की देखरेख में ही की जाए।
उल्लेखनीय है कि स्वाइन फ्लू या एच1एन1 इन्फ्लूएंजा ए वायरस ने पहली बार 2009 में इंसानों को प्रभावित किया था और डब्ल्यूएचओ ने 2010 में इसे महामारी घोषित किया था। हालांकि, विश्व स्तर पर अब लोगों ने इस वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित कर ली है। ऐसे में इस वायरस से अब आसानी से बचाव संभव है। एच1एन1 वायरस अन्य रेगुलर ह्यूमन फ्लू वायरस की ही तरह है जो फ्लू सीजन में लोगों को अधिक प्रभावित करता है। डॉ मुखर्जी ने सभी से अपील किया है कि किसी भी तरह के लक्षण को सामान्य मानकर घरेलू उपचार या झाड़फूंक करके समय बर्बाद न करते हुए तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में संपर्क करें।
जिले में महामारी नियंत्रण के लिए कलेक्टर ने टास्क फोर्स की बैठक ली
जिले के पिपरिया क्षेत्र के खैरझिटी ग्राम की एक चार वर्षीय बच्ची को स्वाइन फ्लू होने की खबर सामने आई है। राज्य स्तर पर बच्ची के निधन की वजह फिलहाल स्पष्ट नही हुई है, टीम द्वारा इसकी जांच की जा रही है। यहां यह बताना लाजमी होगा कि खबर मिलते ही जिला स्तरीय महामारी नियंत्रण टीम द्वारा बच्ची के परिजनों की जांच की गई, उनके ग्राम के पड़ोसियों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की गई है, जिसमें स्थिति सामान्य है किसी में भी किसी प्रकार का लक्षण नही पाया गया है।
इधर कबीरधाम कलेक्टर जन्मजेय महोबे ने टास्क फोर्स की बैठक लेकर सभी सम्बन्धित विभागों व अधिकारियों को महामारी नियंत्रण टीम को अलर्ट मोड पर रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील किया है कि किसी भी सर्दी, खासी , उल्टी-दस्त, बदन दर्द के साथ बुखार जैसी कोई भी लक्षण आने पर अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच अवश्य करवाएं।